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उद्योग आधार क्या है, इसके लाभ, और रजिस्ट्रेशन करने की पूरी जानकारी!


उद्योग आधार क्या है, इसके लाभ, और रजिस्ट्रेशन करने की पूरी जानकारी! – Udyog Aadhar

जिसका मुख्य मकसद माइक्रो, मध्यम या किसी भी तरह के व्यापार को शुरु करने के लिए लिए की जाने वाली रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को सरल बनाना था और व्यापारियों को लाभ पहुंचाना था।
किसी भी व्यापार को सफल बनाने के लिए लीगल तरीके से चलाना बेहद जरूरी है,  इसलिए जो लोग भी अपना नया व्यापार करने की सोच रहे हैं या फिर जिसने कुछ समय पहले ही अपने बिजनेस शुरु किया है।
वे सभी लोग प्रधानमंत्री की उद्योग योजना के तहत बेहद आसानी से अपने व्यापार का रजिस्ट्रेशन महज कुछ ही समय में कर सकते हैं। सबसे खास बात यह है कि व्यापारियों को अपने बिजनेस के रजिस्ट्रेशन के लिए कोई फीस भी नहीं चुकानी होगी।
वहीं इस योजना का लाभ लेने के लिए आपके लिए इसकी विस्तृत जानकारी होना बेहद आवश्यक है तो इसके लिए हम आपको अपने इस आर्टिकल में बताएंगे कि क्या है उद्योग आधार, किन-किन व्यापारियों के लिए है ये योजना, और कौन-कौन ले सकता है इस योजना का लाभ, इस योजना के तहत कैसे करवाएं अपना रजिस्ट्रेशन समेत अन्य जानकारी भी आपको देंगे।

उद्योग आधार क्या है? – What is Udyog Aadhar

जो भी नए व्यापारी है उनके दिमाग में इसको लेकर मुख्य सवाल है कि आखिर ये उद्योग आधार है क्या? वहीं अगर आप भी इस प्रश्नन का उत्तर ढूंढ रहे है तो आप सही जगह पर हैं क्योंकि यहां आपको अपना उत्तर जरूर मिल जाएगा।
दरअसल, उद्योग आधार कुछ भी नहीं है बल्कि सरकारी पंजीकरण है जो कि मान्यता प्रमाण पत्र के साथ प्रदान किया जाता है और छोटे / मध्यम व्यवसायों या उद्यमों को प्रमाणित करने के लिए एक 12 अंको की अद्वितीय संख्या ( यूनिक नंबर ) प्रदान की जाती है जिसे उद्योग आधार नंबर भी कहा जाता है जो कि व्यापारियो के लिए उनके व्यापार का रजिस्ट्रेशन नंबर भी होगा।
आपको बता दें कि उद्योग आधार को शुरु करने के पीछे सरकार का मुख्य उद्देश्य सूक्ष्म, माध्यमिक या लघु उद्योगों को अधिकतम लाभ प्रदान करना था, जो उद्योग एमएसएमई के माध्यम से अपने आधार कार्ड नंबर के माध्यम से पंजीकृत हैं।
वहीं उद्योग आधार की शुरुआत से पहले व्यापारियों को अपने व्यापार का रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए काफी जटिल प्रक्रिया से गुजरना पड़ता था, जिसमें समय की बर्बादी तो होती ही थी इसके साथ ही बहुत ही कागजी कार्रवाही पूरी करने की जरूरत होती थी।
जैसे कि पहले इंटरप्रेन्योर मेमोरेंडम-1 (EM-1 ) और इंटरप्रेन्योर मेमोरेंडम-2 (EM-2) नाम के दो फॉर्म भरने की जरूरत होती थी, इसके अलावा भी 11-12 तरह के अन्य फॉर्म भी भरवाए जाते थे जो कि बेहद पेचीदा और जटिल काम था।
लेकिन उद्योग आधार के आने से ये सब बहुत आसान हो गया है साथ ही कम समय में ही अब  ऑनलाइन बिजनेस का रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है और फिर आप अपना बिजनेस लीगल तरीके से चला सकते हैं। यही नहीं उद्योग आधार की शुरुआत से काफी हद तक मध्यम, छोटे और सूक्ष्म उद्यमों में भी सुधार हुआ है।
वहीं अगर आपका व्यापार भी एक मध्यम, छोटा और सूक्ष्म उद्योमों में आता है और आपने अभी तक अपना एमएसएमई पंजीकृत नहीं किया है, तो आपको पता होना चाहिए कि यूएएम (उद्योग आधार मेमोरैंडम) के माध्यम से अपने एमएसएमई को पंजीकृत करने पर, आप कई लाभों का आनंद लेने के लिए उत्तरदायी होंगे।
आपको ये भी बता दें उद्योग आधार  सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) द्वारा संचालित किया जाता है। इसके साथ ही  सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) उद्योग आधार से जुडी़ सभी कार्रवाई का पूरा ख्याल रखती है और इससे जुड़ी सभी इकाइयों को संचालित भी करती है।

उद्योग आधार की पृष्ठभूमि  ( Udyog Aadhar Scheme )

साल 2006 में भारत सरकार ने एक अधिनियम संसद में पास कराया गया जिसके बाद से नीति को अमल में लाया गया।
इस अधिनियम के अनुसार हमारे देश की सरकार सभी छोटे और मध्यम उद्योगों को विश्व स्तर पर लाने की कोशिश करेगी साथ ही ऐसे उद्योगों के बीच प्रतियोगिता बढ़ाने की भी कोशिश करेगी ताकि देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हो सके और व्यापार को बढ़ावा मिल सके।
आपको बता दें कि MSMED अधिनियम के अनुसार MSME,सर्विसेज इंटरप्राइजेज और मैनुफैक्चरिंग इंटरप्राइजेज में बांटा गया है।
  1. सर्विस इंटरप्राइजेज
इस विभाग के अंतर्गत ऐसे उद्योग आते हैं जो हमें अलग-अलग तरह की सेवाएं देते हैं।
  1. मैनुफैक्चरिंग इंटरप्राइजेज
इसके अंतर्गत बड़े छोटे प्लांट मशीनरी में निवेश किया जाता है।
कौन – कौन ले सकते हैं उद्योग आधार?
अगर आप भी उद्योग आधार लेने के बारे में सोच रहे हैं तो आइए हम कुछ चीजों को क्लीयर कर लेते हैं, इसके लिए हम आपको बता दें कि लगभग हर तरह की व्यावसायिक इकाई उद्योग आधार प्राप्त कर सकती है, चाहे वह हिंदू अविभाजित परिवार हो, एक व्यक्ति पर आधारित कंपनी हो, पाटर्नरशिप फर्म हो, उत्पादन कंपनी हो, सीमित कंपनी हो, निजी सीमित कंपनी हो, सीमित देयता भागीदारी हो, सहकारी समितियां या व्यक्तियों का कोई भी संगठन हो या कोई अन्य उपक्रम हो।
लेकिन इसके लिए आपको ये जानना बेहद जरूरी है कि, एमएसएमई पंजीकरण प्राप्त करने के लिए एक मध्यम, छोटे या सूक्ष्म उद्योग  के रूप में वर्गीकृत करने के लिए इकाई के मानदंडों पर खरे उतर रहे हैं या नहीं।
वहीं अगर आप किसी कंपनी के मालिक है या फिर कोई व्यापार करते हैं तो आपको अपनी योग्यता की जांच के लिए एमएसएमईडी अधिनियम, 2006 में परिभाषित मानदंडों के तहत मध्यम, लघु या सूक्ष्म उद्योग के रूप में वर्गीकृत किया जाना चाहिए ।
आपको बता दें कि उद्योग आधार सूक्ष्म, लघु और मध्यम वर्ग वाले व्यापारियों के लिए लाई गई है ताकि इस वर्ग के व्यापारियों और उनके व्यापार को बढ़ावा दिया जा सके।

उद्योग आधार फॉर्म भरने की जरूरत क्यों है ? – Udyog Aadhaar Registration

उद्योग आधार व्यवसाय को उसकी पहचान दिलाती है। अगर कोई  व्यापार के लिए उद्योग आधार का रजिस्ट्रेशन करवाता है तो वह  सरकार द्वारा व्यवसाय के लाभ के लिए बनी योजनाओ के लिए योग्य हो जाता है।
वहीं अगर आप अपने व्यवसाय को उद्योग आधार के पंजीकरण कराती है तो वह प्रधान मंत्री रोजगार जनरेशन कार्यक्रम, प्रदर्शन, ब्याज सब्सिडी पात्रता प्रमाण पत्र, घरेलू बाजार संवर्धन योजना, प्रदर्शन और क्रेडिट रेटिंग योजना, एमएसएमई के लिए टेक्नोलोजी और क्वालिटी अपग्रेड सपोर्ट और विपणन सहायता योजना जैसी कई योजनाओं के तहत  सरकार की तरफ से सब्सिडी के लाभ और पूंजी लाभ ले सकती हैं।

उद्योग आधार योजना के तहत मिलने वाले लाभ – Benefits of Registering with Udyog Aadhaar

उद्योग योजना के तहत सूक्ष्म, लधु और मध्यम वर्ग वाले व्यापारियो को कई तरह के लाभ प्रदान किए जाते हैं जो इसके मानदंडों पर खरा उतरते हैं। आइए जानते हैं उद्योग आधार से मिलने वाले लाभों के बारे में –
  • उद्योग आधार का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसके अंतर्गत पंजीकरण कराने के लिए सारी औपचारिकताएं हमें ऑनलाइन ही पूरी करनी पड़ती है जो कि बेहद आसान है।
  • उद्योग आधार के तहत कोई भी व्यक्ति अपने व्यवसाय के लिए रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से कर सकते हैं।
  • अगर कोई व्यक्ति जो भी उद्योग आधार के तहत रजिस्ट्रेशन करवा रहा है तो इसकी खास बात यह है कि वह उद्योग की जानकारियों के लिए अपने हिसाब से भी फॉर्म को भर सकता है।
  • जो भी शख्स उद्योग आधार की इस बेहद सरल प्रक्रिया से अपने व्यवसाय का रजिस्ट्रेशन करवा रहा है, उस व्यापारी को अपनी बेसिक जानकारी जैसे नाम,पता, बैंक डिटेल की सही जानकारी देनी होती है। वहीं जानकारी गलत पाई जाने पर व्यापारी इस योजना के फायदे से वंचित भी रह सकता है।
  • उद्योग आधार का सबसे बड़ा फायदा यह है कि कोई भी शख्स अपने आधार नंबर से एक से ज्यादा उद्योग आधार फॉर्म भर सकता है।
  • उद्योग आधार के तहत अगर आपने ऑनलाइन फॉर्म भर दिया है और एक बार आपका फॉर्म अपलोड हो गया है तो फॉर्म के समय दिए गए ईमेल पर आपके पंजीकरण की संख्या आ जाती है। जो कि 12 अंकों की होती है।
  • उद्योग आधार योजना की खास बात यह है कि जो भी व्यक्ति अपने नए स्टार्टअप या फिर थोड़े समय पहले ही शुरु किए गए व्यापार के लिए इसके तहत रजिस्ट्रेशन करवाता है तो उसे इसके लिए किसी तरह की कोई शुल्क नहीं देनी होगा यानि कि ये प्रक्रिया आसान होने के साथ पूरी तरह से फ्री भी है।
  • उद्योग आधार की खास बात यह है कि सरकार ने इसे बेहद  आसान बना दिया है,अगर आप भी अपने बिजनेस को लीगल तरीके से चलाने की सोच रहे हैं तो आपको पहले की तरह जटिल प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा, आप कुछ ही डॉक्यूमेंट के साथ इस प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं और अपनी फर्म को लीगल करवा सकते हैं।
इसके साथ ही इसमें कुछ ही समय में ही उद्योग आधार नंबर उपलब्ध करवा दिए जाते हैं।
  • वहीं अगर आप उद्योग आधार के तहत रजिस्टर्ड हैं तो आपको को-लेटरल फ्री लोन भी बैंक से मिल सकता है। इसके साथ ही इलेक्ट्रिसिटी बिल पेमेंट में अच्छी छूट मिलती है वहीं बार कोड रजिस्ट्रेशन सब्सिडी और पेटेन्ट रजिस्ट्रेशन के लिए 50 फीसदी सब्सिडी और इनकम टैक्स पेमेंट जैसे लाभ मिलते हैं।

उद्योग आधार में पंजीकरण करने की प्रक्रिया – Udyog Aadhaar Registration Process

उद्योग आधार पंजीकरण प्रक्रिया बेहद आसान है, इसके साथ ही फॉर्म भरने की प्रक्रिया भी काफी सरल है। उद्योग आधार के तहत अपने व्यवसाय को रजिस्टर करना एक दम नया  है इसमें पहले  की तरह रजिस्ट्रेशन करना जैसा कुछ भी नहीं है। यह प्रक्रिया ईएमआई / 2 प्रक्रिया की तुलना में काफी कम जानकारी चाहता है।
उद्योग आधार के तहत चीजें काफी सरल और कुशल हैं। उद्योग आधार एक ऐसा ऑनलाइन पोर्टल है जो सरकार ने  माइक्रो, मध्यम या सूक्ष्म व्यापारियों को फायदा पहुंचाने के मकसद से शुरु किया है।
इसके तहत आवेदक अपने आधार कार्ड नंबर की मद्द से अपने बिजनेस को बेहद आसानी से घर पर बैठे-बैठे रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं –
उद्योग आधार प्राप्त करने के लिए एमएसएमई के तहत रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया का विवरण हम आपको नीचे दे रहे हैं –
चरण 1: सबसे पहले उद्योग आधार  (MSME) के आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक पर उद्योग आधार के रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर जा सकते हैं- जहां आपको  अपने व्यापार रजिस्टर करने का पहला कदम मिलेगा।
चरण 2: अपनी पर्सनल जानकारी दर्ज करें 
सबसे पहले आपको आपका नाम और अपना 12 अंकों का यूनिक आधार नंबर दर्ज करने की जरूरत होगी। इसके बाद आपको ”Validate & Generate OTP” पर क्लिक करना होगा।
जिसके बाद आपको अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी प्राप्त होगा। ओटीपी दर्ज करें, और इसके बाद, आपको सामान्य, एससी, एसटी और ओबीसी विकल्पों से सामाजिक श्रेणी का चयन करना होगा।
नोट पर ध्यान दें 
उद्योग आधार के तहत अपने बिजनेस के लिए रजिस्टर करने की प्रक्रिया में यहां ये उल्लेख करना महत्वपूर्ण है कि उद्योग आधार पंजीकरण एक ऑनलाइन पोर्टल है जो ऐसे व्यक्तियों के लिए है जिनके पास बिजनेस के साथ-साथ आधार कार्ड भी है। वहीं अगर किसी व्यक्ति के पास आधार कार्ड नहीं है, तो वह संबंधित डीआईसी (जिला उद्योग केंद्र) के जीएम (महाप्रबंधक) के साथ यूएएम के लिए भी फाइल कर सकता है।
आपको बता दें कि उम्मीद जताई जा रही है कि भविष्य में भारत सरकार, उन व्यापारियों की समस्या का समाधान करेगी जिनके पास आधार कार्ड नहीं है।
चरण 3: एंटरप्राइज़ या अपनी बिजनेस इकाई के बारे में विवरण भरें
अपने बिजनेस के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में इसके बाद, आपको, आवेदक के रूप में, उस नाम को भरना होगा जिसके साथ जनता / ग्राहक  बिजनेस इकाई को पहचानेंगे। वहीं अगर आपके पास एक से अधिक बिजनेस हैं तो आपको अलग से  उद्योग आधार दर्ज करना होगा।
आप इसे एंटरप्राइज़ -1 और एंटरप्राइज़ -2 के रूप में भर सकते हैं। आपको ड्रॉप-डाउन सूची से “‘टाइप ऑफ आर्गेनाइजेशन “(Type of Organization” from the drop-down list ) भी चुनना होगा।
चरण 4: पत्राचार विवरण भरें
बिजनेस की रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में आप तीन स्टेप तक पूरी जानकारी देने के बाद आपको अब अपनी कंपनी / उद्यम / इकाई का पूरा डाक पता की सही जानकारी देनी होगी। इसके साथ ही आपको अपने जिले का पिन कोड, अपना ईमेल एड्रेस और मोबाइल नंबर की भी जानकारी देनी होगी।
चरण 5: आगे बढ़ने की जानकारी के लिए
इसके तहत आपको उस तारीख का चयन करना होगा जिस पर आपकी कंपनी शुरु की गई थी।  इसके आपको यूएएम पंजीकरण संख्या समेत एसएसआई, ईएम 1 और ईएम 2 के माध्यम से पिछले पंजीकरण के बारे में जानकारी भी प्रदान करनी होगी।
चरण 6: बैंक का विवरण भरें
आपको अपनी संबंधित बैंक के आईएफएससी ( IFSC) कोड के साथ एकाउंट नंबर दर्ज करना होगा, जहां आपका एंटरप्राइज़ खाता सक्रिय है। वहीं अगर आपके पास संबंधित शाखा का आईएफएससी कोड नहीं है, तो आप इसे संबंधित बैंक की वेबसाइट पर जाकर भी प्राप्त कर सकते हैं।
चरण 7: आपके व्यापार का वर्गीकरण
इस प्रक्रिया के तहत आपको “सेवाओं” या “विनिर्माण” ( “services” or “manufacturing”) से अपने व्यापार की मुख्य लाइन गतिविधि का उल्लेख करना होगा। हम जानते हैं कि अगर आपके उद्यम में उपलब्ध विकल्पों में दोनों का संयोजन शामिल है तो इन चीजों से आप थोड़ा कन्फ्यूज भी हो सकते हैं।
वहीं अगर ऐसा है तो आपको उस श्रेणी को चुनने पर विचार करना चाहिए। जो आपके उद्यम में संचालन के ज्यादा हिस्से का गठन करता है। आइए इसको उदाहरण लेकर समझते हैं।
उदाहरण – अगर सेवाओं संचालन ( service operations ) का कुल 80% है जबकि  20% विनिर्माण ( manufacturing, ) हैं तो आपको “सेवाओं” के साथ जाना होगा।
चरण 8: कुल निवेश
ऊपर दिए गए सभी विवरणों को भरने के बाद आखिरी चीजों में से एक है जिसे आपको और करना होगा, आपको अपने व्यापार में नियोजित श्रमिकों की कुल संख्या और व्यापार में निवेश की गई कुल राशि (लाखों में) की एंट्री या विवरण देना होगा।
चरण 9: जिला उद्योग केंद्र का चयन करें और घोषणा स्वीकार करें।
बिजनेस के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया के अंतिम चरण में, आपको प्रदान की गई ड्रॉप-डाउन सूची से जिला उद्योग केंद्र का चयन करना होगा। इसके बाद, आपको प्रक्रिया को पूरा करने के लिए दी गई जानककारी को स्वीकार करनी होगी और अपना आवेदन जमा करना होगा।
आखिरी में, आपको एक एक एकनॉलेजमेंट नंबर मिल जाएगा।
उद्योग आधार विवरण कैसे एडिट करें ?
अगर आप अपने व्यापार के लिए पहले से ही आधार संख्या प्राप्त कर चुके हैं, तो आपको निश्चित रूप से राहत मिलनी चाहिए।
हालांकि, आपको पता होना चाहिए कि आपके उद्योग आधार विवरण के साथ कुछ गलतियां हो सकती हैं। अगर पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान आपसे विवरण भरने में कोई गलती हो गई है तो आपको मायूस होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि एक सरल और सीधा तरीका है जिसके द्वारा आप समस्या से छुटकारा पा सकते हैं और अपनी गलत जानकारी को फिर से संपादित कर सकते हैं।
आपको बता दें कि एमएसएमई मंत्रालय ने हाल ही में एक नया प्रावधान लॉन्च किया है, जो आवेदकों को उद्योग आधार मेमोरैंडम संपादित करने की अनुमति देता है। आप केवल कुछ क्लिक के साथ उद्योग आधार पर अपनी जानकारी को आसानी से अपडेट या संपादित कर सकते हैं।
उद्योग आधार विवरण को आप नीचे दी गई लिंक पर  जाकर अपडेट कर सकते हैं।
इस पेज पर आपको अपना आधार नंबर, अपना नाम और ओटीपी दर्ज करना होगा जो आपको अपने मोबाइल नंबर पर मिला है। इसके बाद आप अपनी जानकारी को एडिट  या अपडेट कर पाएंगे।
उद्योग आधार के लिए आवश्यक दस्तावेज – Udyog Aadhaar Documents Required
अगर आप उद्योग आधार के तहत अपने बिजनेस को लीगल करवाना चाहते हैं या फिर अपने व्यापार का रजिस्ट्रेशन करवाना चाहते हैं तो इसके लिए आपके पास कुछ आवश्यक दस्तावेज होना बेहद जरूरी है – जिनकी जानकारी हम आपको नीचे दे रहे हैं जो कि इस प्रकार है –
  • जो भी शख्स उद्योग आधार के तहत अपने बिजनेस का रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं इसके लिए उसके पास उसका व्यक्तिगत 12 अंकों वाली आधार संख्या होना चाहिए। वहीं व्यक्ति के आधार कार्ड में जारी नाम को ही उसके व्यापार के मालिकाना हक के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इसलिए आधार कार्ड बेहद जरूरी है।
  • उद्योग आधार के तहत रजिस्ट्रेशन करवाने वाले शख्स के पास अगर जाति प्रमाण पत्र है तो उसे वह जमा करना पड़ता है।
  • वहीं अगर आप प्रधानमंत्री की इस आसान उद्योग आधार योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो व्यापारिक संस्था का कानूनी तौर पर सही नाम देना भी बेहद जरूरी है।
वहीं अगर कोई व्यक्ति चाहे तो वह एक से अधिक उद्योग आधार के लिए आवेदन कर सकता है और खास बात यह है कि वह एक ही आधार संख्या पर ये भी आवेदन कर रजिस्टर्ड हो सकते हैं।
  • उद्योग आधार के तहत अगर कोई भी शख्स आवेदन कर रहा है तो उसके संस्था के प्रकार का प्रमाण देना भी जरूरी है। उद्योग संस्था, प्रोप्रिटरशिप, पार्टनर शिप, प्राइवेट लिमेटेड, पब्लिक लिमिटेड एलआईसी के तहत पंजीकृत हो सकता है।
  • जो भी शख्स उद्योग आधार के तहत अपने व्यापार का रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं उनके लिए व्यापारिक स्थल के पते का प्रमाण पत्र, ईमेल एड्रेस और फोन नंबर देना जरूरी होगा।
  • इसके साथ ही अगर आप उद्योग आधार के तहत अपने व्यापार का रजिस्ट्रेशन करवाते हैं तो आपके उद्योग शुरु होने की तारीख का प्रमाण भी देना होगा।
  • अगर आप उद्योग आधार के तहत अपने बिजनेस का रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं तो इसके लिए आपको उस बैंक खाते के बारे में जानकारी देनी होगी जिसका इस्तेमाल उद्योग के लिए किया जा रहा है।
  • आधार उद्योग के तहत अगर आप अपनी फर्म का रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं तो इसके लिए एंटरप्राइज में काम कर रहे लोगों की सही संख्या देनी भी जरूरी है।
जरूरी कागजातों पर एक नजर 
  • पैन कार्ड (Pan Card)
  • आधार कार्ड (Aadhar Card)
  • पासपोर्ट (Passport)
  • ड्राइविंग लाइसेंस (driving license)
  • वोटर आईडी (Voter Id)
  • राशन कार्ड (Ration card)
  • पार्टनरशिप दीड (Partnership Deed)
  • रेंट एग्रीमेंट (Rent agreement)
  • शॉप एंड इस्टैब्लिशमेंट एक्ट लाइसेंसेड (Shop and Establishment Act License)
  • NOC लेटर पुलिस एवं अन्य संस्था से।
उद्योग आधार पोर्टल पर सितंबर 2018 तक रजिस्टर्ड MSME की संख्या
व्यापारी वर्ग को लाभ पहुंचाने के मकसद से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्धारा शुरु की गई उद्योग आधार के तहत कई लाख व्यापारियों ने अपने व्यापार रजिस्टर्ड किए है। जिससे काफी हद तक उद्योगों की स्थिति में सुधार हुआ है और व्यापार में पारदर्शिता भी आई है।
आपको बता दें कि केन्द्र सरकार के मेक इन इंडिया मिशन के तहत माइक्रो, स्मॉल, मीडियम इंटरप्राइजेज के करीब 48.40 लाख से भी ज्यादा MSME रजिस्टर किए गए हैं।
इनमें से 43,18, 841 माइक्रो, 5,00, 942 स्मॉल और 19,766 मीडियम उद्योगों के रुप में रजिस्टर्ड हुए हैं। गौर करें तो केन्द्र सरकार की उद्योग आधार के तहत पिछले तीन सालों में  इतने व्यापारियों ने MSME के तहत रजिस्ट्रेशन किया है जो कि वाकई में एक बड़ी उपलब्धि है।
वहीं अगर आप प्रधानमंत्री की उद्योग आधार योजना के तहत अपना व्यापार का रजिस्ट्रेश कर रहे हैं इसके लिए और अधिक जानकारी लेना चाहते हैं तो इसके लिए आप MSME Udayami Helpline Number 18001806763 पर जाकर भी किसी भी तरह की जानकारी हासिल कर सकते हैं या फिर आप उद्योग आधार की अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर और अधिक जानकारी हासिल कर सकते हैं।
फिलहाल उद्योग आधार के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने व्यापार के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को बेहद आसान बना दिया है जिसकी कभी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। ये वाकई में मोदी जी का व्यापार को बढ़ावा देने का सकारात्मक कदम है।

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